सागर- 23 साल बाद पाकिस्तान की जेल से रिहा होकर लौटे प्रहलाद इन दो थैले भरकर क्या लाए देखिए
मध्यप्रदेश के सागर से करीब 23 साल पहले लापता हुए प्रह्लाद सिंह राजपूत पाकिस्तान की जेल से रिहा होकर मंगलवार को अपने गांव घोषी पट्टी पहुंच गए, गांव वाले उनके स्वागत की तैयारी किये हुए थे, जैसे ही प्रह्लाद सिंह राजपूत गांव पहुंचे तो लोगो ने तिलक लगाकर, माला पहनाकर, आरती उतारकर उनका स्वागत किया, इतना ही नहीं जब गांव वाले खुशी से नाचने लगे तो प्रहलाद भी खुद को रोक नहीं पाया वह भी उनके साथ नाचने लगा,
प्रहलाद फिलहाल ज्यादा कुछ कहने की स्थिति में नहीं है लेकिन उन्हें अपना नाम और पता याद है, साथ ही वे जेल में थे ये भी बताते है।
उसके भाई वीरसिंह ने कहा प्रशासन के प्रयास से हमारा भाई मिला है हमने बहुत तलाश की थी लेकिन नहीं मिला था सागर एसपी ने बहुत सहयोग किया है, इसके साथ ही वीरसिंह ने सीएम शिवराज सिंह और पीएम मोदी को भी धन्यवाद दिया है,
वहीं सागर एसपी अतुल सिंह ने कहा कि विदेश मंत्रालय की सूचना पर हमने उनके परिजन और पुलिस बल को भेजा था, जो बॉर्डर से रिसीव कर सागर ले आये है,
बता दे कि प्रह्लाद सिंह राजपूत मानसिक रूप से कमजोर है, इसी वजह से वे घर से लापता हो गई थे, 2014 में प्रह्लाद के पाकिस्तान जेल में होने की सूचना मिली थी, तभी से उनके परिजन उसके वतन वापसी का इंतजार कर रहे थे,फिर जून 2021 में विदेश मंत्रालय की सूचना पर प्रह्लाद को वापिस लाने की प्रक्रिया शुरू की गई थी, सोमवार शाम अमृतसर के अटारी बॉर्डर पर पाकिस्तान की सेना ने प्रह्लाद को भारतीय सेना के हवाले किया। इसके बाद प्रह्लाद को सागर पुलिस और उनके छोटे भाई वीर सिंह ने रिसीव किया। बॉर्डर पर कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद उन्हें सागर लाया गया, कुर्ता पहने प्रह्लाद अपने हाथों में दो थैले लेकर लौटे हैं। दोनों थैले में जेल में पहनने वाले उनके कपड़े है
Transcription-प्रहलाद सिंह (पाकिस्तान से रिहा होने वाला)-पहलाद नाम है, पहले जेल में था, हम घोषी पट्टी के आए, पिटाई करते थे जेल में
Transcription- वीरसिंह राजपूत (प्रह्लाद का छोटा भाई)- प्रशासन के द्वारा हमारा भाई हमें प्राप्त हो गया हमने बहुत प्रयास किया लेकिन हमारा भाई नहीं मिला शासन की तरफ से हमारा भाई मिल गया सागर जो एसपी हैं उन्होंने भी बहुत अधिक प्रयास किया और उन के माध्यम से 23 साल बाद मेरा भाई मिल गया, cm और pm को धन्यबाद देते है।
Transcription-अरविंद सिंह (सब इंस्पेक्टर, गौरझामर थाना, अटारी बॉर्डर से प्रहलाद को रिसीव कर सागर तक लाने वाला)-हमारे पुलिस अधीक्षक महोदय के आदेश पर सेंटर एजेंसियों से समन्वय स्थापित कर उनके प्रयास से यह अनुमति प्राप्त हुई, सरकार को प्राप्त होने के बाद बॉर्डर पर हम उनको लेने गए थे, रिसीव करके उनके परिजनों के साथ यहां पर लाए हैं, साथ में दो थैली लाया है उसमें कपड़े हैं जो पाकिस्तान जेल में बंद थे उस दौरान के,
Transcription-अतुल सिंह (सागर एसपी)- हमको जो सूचना मिली थी जो हमको विदेश मंत्रालय से उसके आधार पर हमने उनके परिजनों को और पुलिस बल को भेजा था और उन्होंने जो है कल जो शुरुआती औपचारिकताएं हैं उनको प्राप्त कर लिया है बाती बाती परीक्षण उनसे हो गया है उनको लेकर पुलिस और उनके परिजन यहां पर लेकर आए हैं 1 घंटे में अभी गांव पहुंच जाएंगे अभी शुरुआत में भी अपना नाम पता बगैरा ही बता पा रहे हैं अभी बहुत ज्यादा बात करने की स्थिति में भी नहीं है जिले में आ गया है।