किसी स्कूल की छत गिर रही तो कोई स्कूल पूरी तरह जर्जर ,अधिकारी बेखबर
शिक्षा के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च होने के बाद भी बच्चों को व्यवस्थित सुविधाएं नहीं मिल पा रही है। हालात यह है कि कहीं का छत पर गिर रहा है तो कहीं स्कूल पूरी तरह जर्जर होने से बच्चों की जान पर खतरा मंडरा रहा है। हालात यह है कि बच्चे संघर्ष करते हुए पढ़ाई करने के लिए मजबूर हैं। ऐसे ही दमोह जिले के पथरिया के ग्राम सेमरा लोधी में बनी प्राथमिक और माध्यमिक स्कूल की हालत जर्जर है। फिर भी 150 बच्चे अपनी जान हथेली पर रखकर पढ़ाई कर रहे हैं। मगर विभाग का अभी तक इस तरफ कोई ध्यान नहीं है।
और अन्य हादसों को लेकर विभाग अभी तक नहीं चेता है। बच्चों की सुरक्षा को लेकर विभागीय अफसर बिल्कुल भी गंभीर नहीं हैं। क्योंकि स्कूल में मरम्मत का कार्य तो किया गया है लेकिन केवल कागजी तौर पर। बताया जा रहा है कि स्कूल की छत से पानी टपकता है और कक्षा की छत की परतें भी उखड़ने लगी हैं और दीवारों में दरारें भी आ गई हैं। जिससे बच्चो के साथ साथ शिक्षक भी डर के साये में जीते है। लेकिन स्कूल के शिक्षक अपना काम का निर्वहन बखूबी निभा रहे है।
साथ ही बच्चो के लिए बैठने की जगह की कमी है। साथ ही कि हादसा किसी भी दिन हो सकता हैं। वही, स्कूल के प्रभारी प्रधानाध्यापक शिवराज सिंह ने बताया स्कूल भवन जर्जर है। कभी भी छत गिर सकती है। कोई हादसा ना हो, इसलिए बच्चों को मजबूरी में बिठाकर पढ़ा रहे हैं। मौखिक एवं लिखित रूप से अधिकारियों को जानकारी दी है, लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है।