हाईस्कूल परीक्षा में बड़ी गड़बड़ी, अभिभावक ने पकड़वाई महिला टीचर, चार शिक्षक निलंबित,


 

दमोह जिले में मप्र बोर्ड की परीक्षा का मजाक बनाए जाने का मामला सामने आया है। एक महिला टीचर को रंगेहाथ ड्यूटी के दौरान घर से उत्तर पुस्तिका हल कर लाते समय केेंद्र के बाहर से पकड़ा गया है। महिला टीचर का बेटा भी उसी केंद्र के भीतर परीक्षा दे रहा था। एक जागरूक अभिभावक ने इस पूरे मामले का भंडाफोड़ कर खतरा मोल लेते हुए महिला टीचर को पकड़ाया है। मामला सामने आने के बाद उत्तर पुस्तिका के साथ पकड़ाई शिक्षिका अंजना राय समेत चार शिक्षकों को निलंबित किया है। केंद्राध्यक्ष और सहायक केंद्राध्यक्ष को हटा दिया है। पूरा मामला दमोह की जबेरा तहसील के सिंग्रामपुर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का है। यहां पर आमघाट स्कूल में पदस्थ शिक्षिका अंजना राय की ड्यूटी पर्यवेक्षक के रूप में लगाई गई थी। यहीं पर उनका बेटा दसवीं कक्षा की परीक्षा दे रहा है।

 

नियमानुसार जहां शिक्षकों के बच्चे परीक्षा दे रहे हों तो माता-पिता शिक्षक की ड्यूटी नहीं लगाई जा सकती। लेकिन यहां सबकी मिलीभगत से गड़बड़ी की जा रही थी। अभिभावकों की मानें तो इस स्कूल में कई साल से इसी तरह से उत्तर पुस्तिकाओं के बदलने और नकल का खेल चल रहा था। जागरूक अभिभावक सुनील कुमार शुक्ला को इसकी पक्की जानकारी लग गई। इसलिए वे सुबह से ही केंद्र के बाहर खड़े हो गए। जैसे ही पेपर खत्म होने की घंटी बजी तो महिला टीचर अंजना राय मुंह पर स्कार्फ बांधकर केंद्र में मौजूद दूसरी शिक्षिका को काॅपी सौंपने की कोशिश की तो सुनील कुमार ने हाथ और काॅपी पकड़ ली। इसी बीच केंद्र में ड्यूटी कर रही महिला पुलिसकर्मी ने भी उसे दबोच लिया। मोबाइल में वीडियो बनाते हुए महिला टीचर के मुंह से स्काॅर्फ हटाया गया। बड़ी मुश्किल से टीचर के हाथ से काॅपी छीनी जा सकी। पुलिस ने काॅपी जब्त कर ली है। महिला टीचर के बेटे के पास अलग सीरियल नंबर की काॅपी मिली है।

 

मामला कलेक्टर मयंक अग्रवाल तक पहुंचा तो उन्होंने मौके पर तहसीलदार एवं जिला शिक्षा अधिकारी को भेजा। प्रथम दृष्टया पर्यवेक्षक अंजना राय और तीन अन्य पर्यवेक्षकों को निलंबित कर दिया है। केंद्राध्यक्ष और सहायक केंद्राध्यक्ष को भी हटा दिया है। शिक्षिका अंजना जैन के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। जिसमें फिलहाल धारा 144 के अंतर्गत 188 का मामला दर्ज किया गया है। विवेचना के बाद उत्तरपुस्तिका घर से लाए जाने व स्कूल से जाने लेकर अन्य बिंदुओं पर जांच कर कार्रवाई की जाएगी। अभिभावक सुनील शुक्ला का आरोप है कि इस स्कूल में बाहर के बच्चों के नाम दर्ज कर परीक्षा कराई जाती है। इस तरह की गड़बड़ी कर योग्य बच्चों के साथ अन्याय होता है इससे वे सुसाइड करने मजबूर हो जाते हैं। उन्होंने पूरी परीक्षा निरस्त कराने की मांग की है। डीईओ एसके नेमा ने बताया कि पंचनामा बनाकर कार्रवाई की जा रही है। इसके पहले सैलवाड़ा में भी पेपर लीक का मामला सामने आ चुका है।


By - sagarttvnews

21-Feb-2024

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