पूर्व CM बोले देश की आजादी में देरी की वजह सिंधिया परिवार, इन पर भी साधा निशाना
राजनैतिक बयानों में अलग पहचान रखने वाले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्वियज सिंह नए-नए बयान देकर सुर्खियों में बने रहते हैं। इस पर फिर उन्होंने इतिहास के पन्ने पलटकर सिंधिया परिवार को कटघरे में खड़ा किया। सिंधिया के गढ़ शिवपुरी में उन्होंने कहा कि अगर 1857 की क्रांति के समय सिंधिया ने महारानी लक्ष्मीबाई का साथ दिया होता तो देश पहले ही आजाद हो जाता। हिंदू-मुस्लिम एकता ने देश को आजाद कराया। भगतसिंह फांसी पर झूले तो असफाक उल्ला खां ने भी बलिदान दिया।
उन्होंने कहा कि आरएसएस, हिंदू महासभा, मुस्लिम लीग और जमात ए इस्लाम संगठनों ने आजादी की लड़ाई में साथ न देकर बिट्रिश हुकुकत का साथ दिया। यह इतिहास है। पश्चिम बंगाल में मुस्लिम लीग की सरकार थी वहां श्यामा प्रसाद मुखर्जी उपमुख्यमंत्री थे। जब महात्मा गांधी ने भारत छोड़ों आंदोलन का कॉल
भेजा तो इन्होंने वायसराय को पत्र लिखकर कहा कि ये देशहित में काम नहीं कर रहे हैं इन पर सख्ती की जाए। इसके अलावा राम मंदिर के आधे-अधूरे निर्माण के उद्घाटन और उसमें मोदी, योगी समेत यजमानों पर सवाल उठाए। कांग्रेस को मजबूत करने के लिए हारे केंद्रों के नेताओं को मार्गदर्शक मंडल में भेजने की बात कही। पूर्व सीएम शिवपुरी में राहुल गांधी की न्याय यात्रा को लेकर कार्यकर्ताओं की बैठक लेने पहुंचे थे। जहां उन्होंने इतिहास के चर्चे निकालकर भाजपा को घेरने की कोशिश की। अब देखना यह है कि पूर्व सीएम की उपस्थिति शिवपुरी में कार्यकर्ताओं में कितना जोश भर पाती है।