मप्र में कांग्रेस को बड़ा झटका, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी ने दिग्गज समर्थकों समेत भाजपा का दामन थामा
भाजपा अपने कांग्रेस मुक्त भारत अभियान में जुटी हुई है। पहले पूर्व सीएम कमलनाथ के भाजपा में शामिल होने की अटकलें चलीं। किसी तरह कांग्रेस आलाकमान डैमेज कंट्रोल करने सफल हो सका। अब भाजपा ने फिर अपने मंसूबे में कामयाब हो गई। इस बार मप्र में कांग्रेस के बड़े चेहरे सुरेश पचौरी को उनके समर्थकों समेत भाजपा की सदस्यता दिलाई दी है। उनके साथ धार से पूर्व सांसद गजेंद्रसिंह राजूखेड़ी, इंदौर से पूर्व विधायक संजय शुक्ला, पिपरिया से पूर्व विधायक विशाल पटैल, अर्जुन पलिया और एनएसयूआई के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अतुल शर्मा ने भी भाजपा का गमछा गले में डाला है। सुरेश पचौरी चार बार राज्यसभा सांसद रहे हैं।
कांग्रेस की सरकार में केंद्रीय राज्य मंत्री के रूप में रक्षा, कार्मिक,संसदीय मामलों समेत कई विभागों की जिम्मेदारी निभा चुके हैं। हालांकि उन्होंने दो बार चुनाव लड़ा जिसमें एक बार 1999 में भोपाल से उमा भारती के खिलाफ और भोजपुर में दीपक जोशी के खिलाफ मैदान में आए। दोनों ही बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा। आपको बता दें पचौरी ने 1972 में युवा कांग्रेस कार्यकर्ता के रूप में राजनैतिक सफर शुरू किया था। 1984 में वे राज्य कांग्रेस अध्यक्ष रहे। इसी साल में राज्यसभा सांसद चुने गए। 1990, 1996 और 2002 में लगातार राज्यसभा में सांसद बने रहे। कांग्रेस सेवादल के अध्यक्ष भी रहे। उनकी गिनती मप्र कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में होती है। वह पार्टी के लिए एक बड़ा ब्राह्मण चेहरा थे। यही कारण है कि उनके साथ चार ब्राहृमण नेताओं ने भी कांग्रेस छोड़ी है।
आने वाले समय में कांग्रेस को बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है। भोपाल बीजेपी दफ्तर में सदस्यता दिलाते समय भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि पचौरी राजनीति के संत हैं उनकी जगह कांग्रेस में नहीं बल्कि भाजपा में है। पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान, नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने भी उनका स्वागत किया। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को भाजपा में लाने के बाद लगातार कांग्रेस के टूटने का सिलसिला जारी है। कांग्रेस के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस मप्र की आधी सीटों पर फतह का सपना देख रही है। राहुल गांधी न्याय यात्रा निकाल रहे हैं। इधर पार्टी में भगदड़ थमने का नाम नहीं ले रही है। अब देखना यह है कि कांग्रेस पार्टी के इस नुकसान की भरपाई कैसे करती है।