केंद्रीय मंत्री सिंधिया सहित दो राज्यों की पुलिस को चिंता में डालने वाली युवती के क्या थे मंसूबे?
अगर आप अपने बेटे-बेटियों पर आंख बंदकर भरोसा करते हैं तो जरा सावधान हो जाइए। हो सकता है आगे चलकर आप जग हंसाई के पात्र बनकर रह जाएं। कम से कम इस खबर को देखकर आप भी यही कहेंगे। दो दिन पहले सुर्खियों में आया शिवपुरी की युवती का मामला आपको याद ही होगा। इसमें युवती के स्कूल संचालक पिता को कोटा में बेटी के किडनैपिंग वाले फोटो भेजकर 30 लाख रुपए की मांग की थी। 20 साल की युवती के हाथ,पैर और मुंह बंधी तस्वीर देखकर हर किसी के पांवों के नीचे से जमीन खिसक गई थी। लोग तरह—तरह की अनहोनियों को लेकर डरे हुए थे। माता—पिता के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। मप्र और राजस्थान की पुलिस की तो नींद उड़ गई थी। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया तक टेंशन में आ गए थे।
उन्होंने युवती को अपनी बेटी बताकर राजस्थान के मुख्यमंत्री से उसे बचाने की गुहार लगा डाली थी। जब इस मामले की असलियत सामने आई तो लोग माथा पकड़कर रह गए हैं। असल में छात्रा को किसी ने किडनैप किया ही नहीं था बल्कि उसने खुद ही अपने दो दोस्तों हर्षित और ब्रजेंद्र के साथ मिलकर पिता को ब्लैकमेल कर लूटने का प्लान बनाया था। वह दोस्त के साथ भागकर विदेश जाना चाहती थी। पिता शिवपुरी में नामी निजी स्कूल के संचालक हैं। इसलिए उनकी दौलत से वह ऐश करना चाहती थी। यह पहला मौका नहीं जब उसने अपने पिता को धोखा दिया हो। युवती लंबे समय से दोस्तों के साथ इंदौर में रह रही थी। लेकिन घरवालों को कोटा में नीट की तैयारी करने कोचिंग में एडमिशन का बोलती थी। दीपावली पर घर भी आई।
रोज माता—पिता को फोन कर कोटा में पढ़ने की बात कहती थी। वह यह अच्छे से जानती थी कि उसके घरवाले उसकी हर बात पर आंख बंद कर भरोसा करते हैं। इसलिए वह रोज उनसे झूठ बोलकर विश्वासघात करती रही। खुद के हाथ—पैर बंधवाकर पिता को फोटो भिजवा दिए और कहा कि अगर 30 लाख नहीं दिए तो बेटी दो टुकड़ों में मिलेगी। हालांकि कोटो पुलिस को फरेबी युवती की कहानी पहले से ही झूठी लग रही थी क्योंकि कोटा में जिस इंस्टीटयूट में उसके दाखिले की बात कही गई थी उसने ऐसी छात्रा के एडिमिशन से ही इंकार किया था। अब उसके इंदौर में रहने और वहीं किचिन में उसको बांधकर फोटो खिंचवाने की बात सामने आई है।
फिलहाल वह एक युवक के साथ गायब हो गई है। कोटा पुलिस ने उसके एक और साथी को पकड़कर झूठे अपहरण के केस से पर्दा उठा दिया है। युवती की खबर बताने वाले को 20 हजार रुपए इनाम की घोषणा की है। उसका 19 मार्च को इंदौर के घर से एक युवक के साथ जाते हुए वीडियो सामने आया है। इससे साफ हो गया है कि लड़की अपने मंसूबे पूरे करने के लिए जन्म देने वालो माता—पिता के साथ पूरे जमाने को धोखा दे रही थी। जबलपुर में भी दो दिन पहले एक नाबालिग किशोरी ने अपने बॉयफ्रेंड के साथ मिलकर पिता और छोटे भाई का मर्डर करवा दिया। इसके पहले उसने भरी अदालत में अपने पिता को उसी बॉयफ्रेंड को बचाने झूठा साबित कर दिया था। अंत में उसने रास्ता का रोड़ा बन रहे पिता और मासूम छोटे भाई को ही रास्ते से हटा दिया। यह घटनाएं बताती हैं कि आजकल बच्चों पर आंख मूंदकर भरोसा करने से बचना चाहिए। संस्कार, शिक्षा के साथ उनकी हरकतों पर नजर रखना जरूरी है।